UPSC TOPPER 2023

UPSC TOPPER 2023

यदि आप UPSC (भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा) में टॉपर बनना चाहते हैं, तो यहां कुछ महत्वपूर्ण हैं जो आपकी सहायता कर सकते हैं:

  1. निर्धारित अध्ययन समय: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षाओं के लिए उचित तैयारी के लिए निर्धारित अध्ययन समय बनाना आवश्यक है। नियमित अध्ययन के लिए एक संगठित और निर्धारित समय सारांश तैयार करें।
  2. पूर्णता की स्थिति: यदि आप UPSC में टॉप करना चाहते हैं, तो आपको विषयों की पूर्णता के लिए प्रयास करना होगा। अध्ययन करते समय ज्ञान को समझें, सभी महत्वपूर्ण विषयों को कवर करें और अच्छे नोट्स बनाएं।
  3. पूर्व वर्षों के पेपर्स का अध्ययन: UPSC परीक्षा के प्रश्न पत्रों को ध्यान से पढ़ें और पूर्व वर्षों के पेपर्स का अध्ययन करें। यह आपको परीक्षा पैटर्न, महत्वपूर्ण विषयों और सबसे अधिक पूछे जाने वाले प्रश्नों का अनुभव प्राप्त करने में मदद करेगा।
  4. सामान्य ज्ञान और समसामयिकी: UPSC परीक्षा में सामान्य ज्ञान और समसामयिकी का महत्वपूर्ण स्थान होता है। आपको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार, इतिहास, भूगोल, राजनीति, विज्ञान, पर्यावरण, आर्थिक मामले, साहित्य और कला आदि के महत्वपूर्ण तथ्यों को अच्छी तरह से जानना चाहिए।
  5. उत्तेजना और सद्भावना: UPSC की परीक्षा बहुत मुश्किल होती है, इसलिए आपको उत्तेजित और सकारात्मक मनोभाव रखना आवश्यक है। खुद को स्थायी लक्ष्य के प्रति संकल्पित रखें और अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करें।
  6. मॉक टेस्ट और सेल्फ एवल्यूएशन: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें और अपनी प्रगति को स्वयं मूल्यांकन करें। मॉक टेस्ट आपको परीक्षा पैटर्न को समझने, समय प्रबंधन करने और स्वयं को अच्छी तरह से तैयार करने में मदद करेंगे।
  7. स्वस्थ शरीर और दिमाग: अच्छी तरह से स्वस्थ रहने के लिए नियमित व्यायाम, योग और पर्याप्त नींद लें। स्वस्थ मस्तिष्क का ध्यान रखने के लिए मेडिटेशन या मनोविज्ञान तकनीकों का उपयोग करें।
  8. स्वतंत्र अध्ययन: UPSC की तैयारी में आपको स्वतंत्र अध्ययन का समय देना चाहिए। खुद को पूर्णता की ओर ले जाने के लिए आपको स्वतंत्र रूप से पढ़ाई करनी चाहिए, नई विचारों का अनुसरण करें और अपनी तैयारी को स्वतंत्र रूप से संचालित करें।

ये UPSC टॉपर बनने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। तैयारी में प्रतिष्ठित निर्देशकों, पुस्तकों, ऑनलाइन संसाधनों और कोचिंग संस्थानों से मदद लें और निरंतर मेहनत और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहें।

UPSC TOPPER 2023

मेरे ख्याल से बहुत अच्छे अच्छे बच्चे हैं जो कई प्रीलिम्स में फ़ैल हो जाते है  क्यों हो जाते है  उसकी एक वजह एक ये हो सकती है उनके पास बुद्धि का अभाव है  तो आप मानेंगे नहीं, मानना नहीं चाहिए, क्यों मानेंगे |  बुद्धि तो मोटे तौर पर  लोगों में ठीक-ठाक रहती है ऐसा क्या है बुद्धि का अभाव तो है नहीं , एकाध कोई बच्चा हो सकता है की उसकी रीजनिंग या मैथ कमजोर है इसलिए वह  csat कर ही नहीं पाता, उसकी बात अलग है  लेकिन सामान्यतः आप में से   ऐसा बच्चा नहीं है इसलिए प्रीलिम्स पास नहीं कर पा रहा है कि उसकी कैपेबिलिटीज मैं कमी है मै तो ऐसा नहीं मानता, आपको भी नहीं मानना चाहिए | इसकी क्या वजह हो सकती है एक वजह हो सकती है आपकी मेहनत में कमी है ये वजह भी ठीक नहीं है क्योकि पता नहीं क्यों मेरी समझ ये है की जो  बच्चे कमजोर बैकग्राउंड से होते है  और मोटे तौर पर यह कह सकता हु मै की हिंदी माध्यम तमिल तेलुगू मराठी गुजराती माध्यम उर्दू  माध्यम के बच्चे अंग्रेजी माध्यम के बच्चो की तुलना में  सामान्यतः कमजोर पृष्ठभूमि से आते है और जो जितनी कमजोर पृष्ठभूमि से है उसे मेहनत करने की क्षमता उतनीज्यादा होती है  इसलिए अप देखेंगे की भारत के लोग अमेरिका जाकर झंडे गाड़ देते है क्योकि वह पर वह कमजोर है तो वहा रात दिन  मेहनत करते हैं जिंदगी बेहतर बनाने के लिए यह भी है यहाँ  के बेस्ट लोग वहां जाते हैं मेरी समझ कि सफल ना होने की बेसिक वजह  2,3  है पहली वजह डिसिप्लिन , की मेहनत करना लेकिन उसको डिसिप्लिन के साथ न करना ३ दिन पढ़े की ऐसा पढ़े जैसा दशरथ मांझी जब तक तोड़ेंगे नहीं छोड़ेंगे नहीं इस भाव से और ३ दिन बाद सात दिन से सो रहे है की तीन दिन ज्यादा पढ़ लिए थे  उसके दिमाग में चक्कर आ रहा है उसे ठीक करने के लिए सो रहे थे एक तो ये हो सकता की लगातार नहीं पढ़ प् रहे है  दूसरा मेहनत  पर्याप्त नहीं होती न मेहनत से ज्यादा जरूरी है स्ट्रेटेजी मेहनत करने से ही बात बनती तो अगर पशुओं की तुलना की जाये  गधे घोड़ों की जगह आसीन हो गए होते पर गधे गधे ही रह गए ज्यादा मेहनत करके  और  घोड़े घोड़े ही है

UPSC TOPPER 2023

  शब्दों का भाव समजिये सिर्फ  मेहनत नहीं होगा है कितनी  मेहनत कहा करनी है किस गति से किस अनुपात में यदि ये सब गाइडेंस आप के पास हो या खुद स्ट्रेटेजी बनाने में माहिर हो  खुद बहुत अच्छी बनाने में माहिर हो या आपका का कोई साथ दे स्ट्रेटेजी बनाने में एक्सेक्यूट करने में | स्ट्रेटेजी और गाइडेंस, इस लेख का उद्देस्य है तीसरा क्या होता  है की कुछ अतिआत्मविश्वास का शिकार होते है   कुछ अंडर कॉंफिडेंट का शिकार होते है किसी के कॉंफिडेंटये हो सकता है  से किसी के व्यक्तित्व का अनुमान नहीं करना चाहिये चारो संभावनाएं है जबरदस्त व्यक्तित्व  जबरदस्त कॉन्फिडेंस ये हो सकता है जैसे मोदी जी,

 यह भी हो सकता है कि व्यक्तित्व जबरदस्त न  हो लेकिन कॉन्फिडेंस जबरदस्त हो | चौथा , तो होता ही है योग्यता  भी काम कॉन्फिडेंस भी कम  खूब दीखता है बच्चों में ,बोलने पर नहीं जाना चाहिए|  अब तो उल्टा हो गया है   प्रीलिम्स में  १०० प्रश्न आते है है जब कोई बच्चा बताता है की 70 प्रश्न ठीक है मेरी समझ वो ठीक नहीं होंगे,  कहता है की नेट स्कोर 150+ आ रहा है तो मेरा अनुमान इस मामले में सही ही होता है नहीं ही होता है वो कई साल तक रोना रोते  हैकी मैंने गोला तो सही भरा था इंविजिलेटर जो था वो मिझे गुस्से में देख रहा था उसी ने रोल नंबर बदल  दिया होगा ऐसी ऐसी बात है   इसीलिए ग़ालिब कह गए है 

“हमको मालूम है जन्नत की हक़ीक़त ,लेकिन दिल के खुश रखने को ग़ालिब ख्याल अच्छा है “

तो ख्यालों में  ही रहिये | तीसरी बात आप कहा खड़े हैं दुष्यंत कुमार की कुछ पंक्तिया बड़ी प्रिय है

“ तुम्हारे पैर के नीचे जमीन नहीं और कमाल यह है कि तुम्हे इसका यकीन नहीं पैर के नीचे जमीन है ही नहीं”

 खड़े है हवा में और कॉन्फिडेंस ऐसा बाप रे बाप याद रखना  तुम्हारे पैर हवा में और कमाल है कि तुम्हें यकीन नहीं तुम्हारे पैर के नीचे दबी नहीं और कमाल है कि तुम्हें तो यकीन ऐसा आपके साथ न  हो जाये 

 एक  बड़ा अच्छा कार्टून देखा उसमे एक पट्टा रखा हुआ है बैलेंस किया हुआ उस पट्टे पर आगे एक आदमी खड़ा हुआ है और एक पीछे खड़ा है इसीलिए पट्टा बैलेंस किया हुआ है पीछे वाला आदमी आगे  वाले को लात मार रहा है और निचे लिखा हुआ आ रहा है की लात मरने से पहले अपना भी देख है न कई बार जरुरी होता है की अपनी जमीन का आईडिया हो तो हमे लगता है की यदि   आपके पास  साइंटिफिक फीडबैक  सिस्टम हो|   साइंटिफिक फीडबैक  सिस्टम  क्या है सारा खेल इसी का है कोई आपसे पूछे मेंटरशिप क्या है तो बोलना साइंटिफिक फीडबैक मैकेनिज्म, मूल रूप से यही है  पता ही नहीं होता की हम कोन से सेगमेंट में अच्छे है  कौन से सेगमेंट में बुरे| 

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